*मित्रों* आप लोगों की भावनाओं का कद्र करते हुए और मैंने एक प्लान तैयार शुरू किया है जिसमें आप अपने भाव को अब अपनी *इच्छा अनुसार उसमें व्यक्त* कर सकते हैं । आप जानते ही हैं *विद्या दान* इस संसार में सभी दानो *से बढ़कर है* आप भी *इस दान में अपना योगदान* दे सकते हैं। इसके लिए कोई बंधन नहीं होगा यहां तक कि आपके पास कोई *प्रचार-प्रसार* की *सामग्री है* तो उसका भी आ प्रयोग कर सकते हैं यदि इस *ब्लॉग में लिखने की इच्छुक है* तो आप हमें अवश्य *अवगत* कराएं और मुझे आशा है कि आपके *अनुभवी लेखन- कौशल* का लाभ सभी पाठकों को मिलेगा और आप को भी *बेहतर अवसर प्राप्त होगा* आज *डिजिटल मीडिया* का संसार है और इसमें इस चीज को बहुत ज्यादा ध्यान दिया जाता है आपकी लेखन आपके विचार लोगों तक पहुंच पाए यहां तक कि आप अपने *बच्चों* को भी प्रेरित कर सकते हैं इसे पढ़ने के लिए जहां तक सामग्री की बात है मैंने कोशिश किया है इसमें केवल *हिंदी भाषा मे ही लेख स्वीकार* किया जाएगा जैसे *हिंदी कैसे सीखना है* हिंदी के उत्थान के लिए क्या-क्या किया जा रहा है? आपका इसमें सहयोग क्या हो सकता है ?किसी के लिए *कोई सहायक सामग्री* कैसे आप दे सकते है। इसके अलावा आपके पास यदि कोई और *सोशल मीडिया यूट्यूब है* तो उसका भी *प्रचार-प्रसार* आप इस पर कर सकते हैं ।मुझे आशा है कि आप लोग इस दौर में इसका लाभ जरूर उठाएंगे एक चीज और हैं मुझे आपसे जानना है कि आप *अपने साथी को* किस गुण से परिपूर्ण देखना चाहते हैं ?इस विषय पर भी आप लेख लिख सकते हैं उद्देश्य इतना है कि यह उन लोगों तक पहुचेगा और आपकी भावनाएं और आपका साथी विषय पढ़े तथा *उसके अंदर कौन-कौन से गुण* होने चाहिए। दूसरा उद्देश्य है कि हम कुछ *बेरोजगारों* की सहायता करना चाहते हैं जिसके लिए यह ब्लॉक तैयार किया है यदि आपकी इच्छाओं के अनुरूप हम उन्हें ट्रेनिंग देते हैं और फिर आपके पास आपके साथी के रूप में भेजते हैं तो यह उनके लिए भी *हितकर* होगा और साथ ही साथ हमारे लिए भी लाभप्रद होगा मित्रों इससे संबंधित आपके पास कोई और सुझाव है तो भी हमें बताइए। आज एक बात और मैं स्वीकार करना चाहता हूं कि बीच-बीच में मैं आपको अपनी भावनाओं को व्यक्त करने से रोकता रहता हूं एक अध्यापक के लिए कितना कठिन है मैं अच्छी तरह जानता हूँ अतः यहाँ अपनी भावनाओं को आजादी से व्यक्त कर सकते है और जिससे *छात्र -अभिवावक* सभी लाभान्वित होंगे । आप लोगों को रोकने के लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ।
मुझे आशा है कि आप राष्ट्रभाषा सेवा संघ की तरह इस बड़ी *आहुति देकर अपना योगदान* देंगे । जिस तरह से 4 सालों से आप लोगों ने अपना स्नेह और प्यार बनाए रखा है आगे भी बनाए रखेंगे धन्यवाद मित्रों हमने कोशिश किया है कि ब्लॉक का नाम भी *राष्ट्रभाषा सेवा संघ (हिंदी)* दिया जाए यदि आपके पास कोई सुझाव है तो हमें एक बार पुनः सहयोग करें
सुनील दुबे
मुझे आशा है कि आप राष्ट्रभाषा सेवा संघ की तरह इस बड़ी *आहुति देकर अपना योगदान* देंगे । जिस तरह से 4 सालों से आप लोगों ने अपना स्नेह और प्यार बनाए रखा है आगे भी बनाए रखेंगे धन्यवाद मित्रों हमने कोशिश किया है कि ब्लॉक का नाम भी *राष्ट्रभाषा सेवा संघ (हिंदी)* दिया जाए यदि आपके पास कोई सुझाव है तो हमें एक बार पुनः सहयोग करें
सुनील दुबे
बेहतर कार्य सर जी
ReplyDeleteBhaut Badiya sir
ReplyDeleteSir Aap is blog KO aur professional banaye.bhaut Sare post share Karen
कोरोना के मुश्किल वक्त में आपका यह प्रयत्न सराहनीय है,इस से न केवल विद्यार्थी गण बाल्कि शिक्षक गण भी लाभान्वित होंगे
ReplyDeleteBahut accha karya Hain sir.
ReplyDeleteएक बहुत अच्छा प्रयास है सर । हमारी हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteबहुत अच्छी कोशिश । ऐसे उपक्रम के लिए हमारी हार्दिक शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया विचार है।
ReplyDeleteसर इसमें join कैसे करें
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा कार्य है
बहुत बढ़िया है सर यह तो हमारी हार्दिक शुभकामनाएं आपके साथ हैं
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